Wednesday, May 11, 2011

अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति अमेरिका का १५ वां अधिवेशन





















अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति अमेरिका का १५ वां अधिवेशन

अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति अमेरिका का १५ वां अधिवेशन धूमधाम से cleveland (ओहाओ ) में अप्रैल २९, ३० २०११ को संपन्न हुआ |
दो दिन के इस अधिवेशन में १५० से अधिक हिंदी प्रेमी delegates सम्मिलित हुए एवं शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं कवि सम्मलेन में ३०० से अधिक हिंदी प्रेमी सम्मिलित हुए थे | इस अधिवेशन ने अमेरिका कि भूमि पर हिंदी का नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया हें | इस भव्य अधिवेशन में हिंदी प्रेमिओं ने दो दिन तक शानदार भोजन , होटल क़ी सुवय्व्स्था , दो कवि सम्मलेन , हिंदी की यात्रा पर मनोरम नाटक एवं अमेरिका में हिंदी शिक्षण पर ज्ञानवर्धक सत्रों का आनंद उठाया | अधिवेशन में कनाडा , अमेरिका एवं भारत से हिंदी साहित्यकारों ने भाग लिया |

अप्रैल २९ शुक्रवार की शाम को cleveland के ६० बच्चों एवं युवाओं ने हिंदी भाषा क़ी यात्रा जो कि संस्कृत से आरम्भ होकर पाली , प्राक्रत, बृजभाषा , अवधि एवं खड़ीबोली तक जाती हें एवं तुलसी सूर से लेकर छायावादी काव्य से गुजरती हुई आधुनिक साहित्य तक पहुंचती हें | दर्शकों ने हिंदी के प्रसिद्ध कविओं कि छवि भी देखी, तो उनकी कविताओं कि झलक का भी आनद लिया | कलाकारों ने हिंदी कि यात्रा एक नृत्य नाटिका के माधय्म से प्रस्तुत कि थी | यह कार्यक्रम सब हिंदी प्रेमिओं को अचंभित एवं गर्वोन्नत करने वाला अनुभव था क्योंकि यह कार्यक्रम अमेरिका में जन्मे एवं पले बच्चों ने किया था |स्वादिष्ट भोजन के पश्चात् अमेरिका के १५ कविओं ने काव्य पाठ किया जो कि दो घंटे तक चला |

शनिवार क़ी प्रातः स्वागत समारोह के साथ अधिवेशन का शुभारम्भ हुआ अधिवेशन के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष , राजनयिक एवं कवि डा केशरी नाथ त्रिपाठी जी भारत से पधारे थे | उनके संभाषण एवं कविताओं का सबने खूब आनंद लिया |कुछ पुस्तकों के विमोचन के पश्चात् अमेरिका में हिंदी शिक्षण विषय पर विभिन्न सत्र आयोजित किये गए जिनमें दस से अधिक विद्वानों ने अपने आलेख प्रस्तुत किये जिनमें कुछ प्रमुख थे , खेल खेल में हिंदी सिखाना , हिंदी बोलने के लिए कुछ वयव्हारिक सुझाव, वैश्विक स्तर पर हिंदी के भविष्य एवं अमरीकी सरकार द्वारा उपलब्ध अनुदान एवं हिंदी शिक्षण के कार्यक्रमों का विवरण |
सायंकाल भारत से आये तीन अतिथि कविओं डा सर्वेश अस्थाना एवं प्रवीण शुक्ल ने हास्य व्यंग्य एवं डा विष्णु सक्सेना जी ने मधुर गीतों से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया | स्तरीय कविता पाठ से सभी श्रोता अभिभूत हो गये |

अधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति ने तीन प्रस्ताव सर्व सममिति से पारित किये गए , जिन पर बड़ी संख्या में हस्ताक्षर किये गए | ये प्रस्ताव भारत सरकार , मीडिया एवं सबंधित संगठनों को भेजे जायेगा | ये प्रस्ताव हैं ,,,
१) भारत सरकार द्वारा हिंदी को राजभाषा का स्थान दिलवाने का आग्रह
२) अमेरिका में हिंदी प्रशिक्षण का प्रसार
३) अमेरिका कि युवा पीढी में हिंदी के प्रति प्रेम जाग्रत करना
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति कि स्थापना ३० वर्ष पूर्व वाशिंगटन डी सी में हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार कुंवर चन्द्र प्रकाश सिंह जी ने की थी | जिसके विकास में डा रवि प्रकाश सिंह जी ने पूर्ण समर्पण से अथक प्रयास किया | यह अमेरिका की सबसे अधिक स्थाई एवं प्रसारित संस्था हें | जिसने अमेरिका में हिंदी के मान सम्मान एवं स्थापना के लिए अनेक सार्थक प्रयास किये हैं | कवि सम्मेलन का आयोजन, विश्वा का प्रकाशन , हिंदी समिति की अनेक नगरों में शाखाएँ स्थापित करवाना , अनेक नगरों में गोष्ठियां आयोजित करना एवं अधिवेशनों का आयोजन करना हिंदी समिति की मुख्य गतिविधि हैं |

cleveland की शाखा हिंदी समिति की सबसे अधिक क्रियाशील शाखा है | वर्तमान अध्यक्ष श्री गुलाब खंडेलवाल जी , आगामी अध्यक्ष श्रीमती सुशीला मोहनका जी , उनका समस्त परिवार , श्री अनूप कपूर जी (अधिवेशन के संयोजक ) एवं उनके समस्त दल ने अधिवेशन की तय्यारी , सञ्चालन बहुत कुशलता एवं सतर्कता से किया |
अधिवेशन के बीस दिन पूर्व हिंदी समिति के प्रणेता एवं अधिवेशन के मुख्य संयोजक डा महादेव चंद जी के आकस्मिक देहांत से हिंदी समिति परिवार को अपूरणीय क्षति हुई | परन्तु उनके परिवार विशेषकर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मोहनका जी ने समिति के सभी सदस्यों के सहयोग से एवं जिस साहस से इस अधिवेशन का आयोजन किया एवं इसे एक भव्य समारोह का रूप दिया एवं समिति में एक प्रेरणा , एक उदहारण बन गया है | यह सम्पूर्ण अधिवेशन डा महादेव चंद जी को समर्पित किया गया है |

प्रस्तुति :
रेनू राजवंशी गुप्ता
cincinnati , USA

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